PNB Scam बैंक का 13,000 करोड़ का घोटाला
PNB Scam बैंक का 13,000 करोड़ का घोटाला भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने न केवल वित्तीय दुनिया को हिलाकर रख दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे बड़े व्यापारी और जौहरी अपने फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी बैंकों से लाखों करोड़ रुपए उधार ले सकते हैं। PNB Scam-2025 यह घोटाला आखिरकार 2018 में सामने आया, जब मेहुल चोकसी, जो एक बड़ा व्यापारी था, ने 13,000 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी की थी।
मेहुल चोकसी जो गीताांजलि ग्रुप के मालिक थे, 2018 में अपने नाम और मशहूरी के लिए जाने जाते थे। उनका नाम इसलिए भी मशहूर था क्योंकि उन्होंने अपने डायमंड के व्यापार को न केवल भारत के बाजार में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी प्रचलित किया था। लेकिन उनकी इस शान के पीछे एक काला सच था – उन्होंने फर्जी तरीके से PNB Scam से भारी लोन लिया था, जिसे उन्होंने गलत तरीके से विदेश भेज दिया था।
PNB Scam बैंक का 13,000 करोड़ का घोटाला कैसे हुआ
यह घोटाला ऐसे नहीं हुआ था, बल्कि यह घोटाला 2011 से चल रहा था, बस इसे कोई पकड़ नहीं पाया था। चोकसी और उनके रिश्तेदार निरव मोदी ने PNB के अधिकारियों के साथ मिलकर बैंकों से लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। इसमें उन्होंने Letter of Undertaking (LOU) का इस्तेमाल किया था, जो कि एक वचन-पत्र की तरह होता है। इसका इस्तेमाल PNB को यह कहने के लिए किया गया था कि चोकसी को अपने पैसे को विदेश में भेजने की अनुमति मिल गई थी।
यह जो Letter of Undertaking था, वो फर्जी था। इससे तब तक कोई पकड़ नहीं पाया था, लेकिन 2018 में इंटरनल ऑडिट के दौरान यह मामला सामने आया। यह बैंकिंग की सबसे बड़ी कमजोरी थी, जो कभी सामने नहीं आई थी। इस घोटाले ने भारत की अर्थव्यवस्था को हिला दिया था।
PNB Scam-2025 का 13,000 करोड़ का घोटाला के बाद कैसे भागे
जब घोटाले का पता चला, तो चोकसी और उनका भतीजा निरव मोदी दोनों ही देश छोड़कर भाग गए। मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ में राजनीतिक शरण ली, और निरव मोदी लंदन में जाकर कहीं छुप गया। यह एक अंतरराष्ट्रीय विवाद बन गया था। भारत सरकार ने दोनों के खिलाफ इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया।
हालांकि, सात सालों तक न्याय की प्रक्रिया में देरी होती रही, लेकिन 2025 में चोकसी की गिरफ्तारी की खबर ने सभी को चौंका दिया। वह बेल्जियम में गिरफ्तार हुआ था, और अब भारत उसे वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। मेहुल चोकसी के खिलाफ भारत में धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, और कई अन्य गंभीर आरोप हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक की नई रेपो दर
PNB बैंक का 13,000 करोड़ का घोटाला par bharat Sarkar
अब भारत सरकार के पास मौका है कि वह मेहुल चोकसी को वापस लाकर उसे भारतीय न्यायालय में पेश करे। भारतीय अदालत में चोकसी को सख्त सजा होने की आशा है। भारतीय सरकार का कहना है कि अब नीरव मोदी की बारी है। कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, कोई नहीं बच सकता। इससे यह भी पता चलता है कि भारत का कानून पहले से कहीं ज़्यादा सक्रिय हो चुका है। समय-समय पर इस तरह के मामलों में लंबी कानूनी लड़ाइयाँ देखने को मिलती हैं।