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Toggleमहिला नदी में रील बनाते समय बह गई : उत्तरकाशी के मणिकर्णिका घाट पर हुआ दर्दनाक हादसा
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक चौंकाने वाला और दुखद मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला नदी में रील बनाते समय बह गई | यह घटना मणिकर्णिका घाट पर हुई, जो तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध है। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया है।
महिला नदी में रील बनाते समय बह गई : क्या है पूरा मामला(Case)?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना 16 अप्रैल 2025 को दोपहर के समय की है। एक महिला नदी में रील बनाते समय बह गई जो कथित तौर पर सोशल मीडिया के लिए रील बना रही थी, मणिकर्णिका घाट पर गंगा नदी के किनारे खड़ी थी। रील बनाते समय वह अचानक नदी के अंदर गई और तेज बहाव में संतुलन खो बैठी। देखते ही देखते वह नदी के बीच बह गई और फिर दिखाई नहीं दी।
इस घटना का वीडियो एक स्थानीय व्यक्ति ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला कैमरे के सामने पोज़ कर रही थी, तभी उसका पैर फिसल गया और वह पानी में गिर पड़ी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुँची। गोताखोरों ने तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन महिला का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। प्रशासन ने कहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा जब तक महिला का पता नहीं चल जाता।
स्थानीय लोगों ने इस घटना पर दुःख जताते हुए सोशल मीडिया पर रील बनाने की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की है। कई लोगों का कहना है कि आजकल लोग लाइक्स और फॉलोअर्स के पीछे अपनी जान की परवाह नहीं करते, जिसका नतीजा इस तरह की दुखद घटनाओं के रूप में सामने आता है।
मणिकर्णिका घाट और उसका बहाव
मणिकर्णिका घाट उत्तरकाशी जिले में स्थित है और यह गंगा नदी के किनारे स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहाँ जल प्रवाह सामान्य दिनों में भी तेज रहता है, खासकर बारिश या बर्फ पिघलने के समय यह और भी खतरनाक हो जाता है। स्थानीय प्रशासन कई बार घाट पर चेतावनी बोर्ड लगा चुका है, जिसमें साफ लिखा होता है कि नदी के पास सेल्फी या वीडियो बनाना खतरनाक हो सकता है।ये सब जानते हूऐ भी1 महिला नदी में रील बनाते समय बह गई
सोशल मीडिया और ‘रील कल्चर‘ की हकीकत
(1 महिला नदी में रील बनाते समय बह गई) यह घटना सोशल मीडिया की उस कड़वी सच्चाई को उजागर करती है जहाँ लोग लाइक्स(Like), व्यूज़(Views) और फॉलोअर्स(Followers) के लिए जान जोखिम में डालते हैं। इंस्टाग्राम रील्स(Instagram Reels) और यूट्यूब शॉर्ट्स(Youtube Shorts) की लोकप्रियता ने युवाओं को आकर्षित तो किया है, लेकिन कई बार यह आकर्षण जानलेवा साबित होता है।
पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ लोग ऊंची इमारतों, रेलवे ट्रैक, समुंदर किनारे या पहाड़ों पर खतरनाक पोज़ देते हुए हादसों का शिकार हो चुके हैं। फिर भी, चेतावनियों के बावजूद सोशल मीडिया का यह ट्रेंड रुकने का नाम नहीं ले रहा।
प्रशासन की चेतावनी और अपील
उत्तरकाशी प्रशासन ने इस घटना के बाद घाटों और नदी किनारे आने वाले लोगों के लिए एक नई चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी या अन्य खतरनाक स्थानों पर वीडियो या रील्स न बनाएं। प्रशासन ने यह भी बताया कि वे घाटों पर निगरानी बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
निष्कर्ष
यह घटना एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या सोशल मीडिया की लोकप्रियता के पीछे हम अपनी और दूसरों की जान खतरे में डाल रहे हैं? एक छोटी सी रील के लिए इतनी बड़ी कीमत चुकाना बेहद दुखद है। यह जरूरी है कि हम तकनीक का उपयोग समझदारी से करें और अपने जीवन को मनोरंजन का साधन न बनाएं।
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