Table of Contents
Toggleचीन-पाकिस्तान की चालCPEC अफगानिस्तान तक? भारत क्या करेगा?
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुए अभी दस दिन ही बीते थे कि चीन-पाकिस्तान की चाल चालू हो गई 21 मई 2025 को बीजिंग में हुई एक त्रिपक्षीय बैठक में चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच CPEC को अफगानिस्तान तक विस्तार देने पर सहमति जताई गई है। जाहिर है आने वाले दिनों में यह भारत के लिए नया सरदर्द बनने वाला है।
क्या भारत बन रहा अगला चीन?
पिछले कुछ सालों से भारत-पाकिस्तान के बजाए वैश्विक स्तर पर भारत की चर्चा चीन के साथ होने लगी थी।दरअसल बदली वैश्विक परिस्थितियों में दुनिया की फैक्ट्रीचीन से वेस्ट नाराज दिख रहा था। ऐसे में चीन के लिए दुनिया भर को सप्लायर की भूमिका को बचाए रखना मुश्किल हो रहा था। ऐसा लगने लगा था बहुत जल्द ही चीन की जगह भारतदुनिया के आपूर्तिकर्ता के रूप में शुमार होने लगेगा।
आईफोन, मोबाइल और कार की सप्लाई में भारत नंबर एक बनने की ओर अग्रसर था। इसी बीच खबर आती है कि भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में चौथी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने में कामयाबी हासिल की है।
क्यों मिले चीन और पाकिस्तान?
21 मई 2025 को बीजिंग में पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई बैठक में चीन-पाकिस्तान की चाल दोनों देशों ने व्यापार और निवेश संबंधों को गहरा करने, कृषि और औद्योगिक विकास में सहयोग बढ़ाने, और निरंतर संवाद बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की। यह बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को हुए संघर्षविराम समझौते के बाद आयोजित की गई थी, जो दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच तीन दशकों में सबसे गंभीर संघर्ष के बाद हुआ था।
क्यों चिंतित है भारत CPEC को लेकर?
चीन और पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) को अफगानिस्तान तक विस्तारित करने की योजना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य त्रिपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है। यह विस्तार भारत के लिए महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक प्रभाव रखता है, क्योंकि भारत ने शुरू से ही CPEC का विरोध किया है, क्योंकि यह गलियारा पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) से होकर गुजरता है, जिसे भारत अपना क्षेत्र मानता है।
कैसे मजबूत हो रही है पाक की नौसेना?
पाकिस्तान और चीन के बीच सैन्य सहयोग भी गहरा हुआ है। हाल ही में, चीन ने पाकिस्तान को आठ में से दूसरा हैंगोर-श्रेणी की पनडुब्बी प्रदान की है, जिससे पाकिस्तान की नौसैनिक क्षमताओं में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, चीन ने पाकिस्तान को जे-10सी लड़ाकू विमान, लंबी दूरी के ड्रोन, और अन्य उन्नत हथियार प्रणालियाँ भी प्रदान की हैं।
कैसे बढ़ रहा है चीन-पाक जल सहयोग?
भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद, चीन ने पाकिस्तान में एक महत्वपूर्ण बांध परियोजना पर काम तेज कर दिया है। यह परियोजना पाकिस्तान के जल और ऊर्जा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ चीन-पाकिस्तान साझेदारी को भी दर्शाती है।
क्या चीन और पाकिस्तान का भारत पर बड़ा खतरा है?
पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ते सहयोग से भारत के लिए रणनीतिक चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इस बढ़ते सैन्य सहयोग को “उच्च स्तर की मिलीभगत” करार दिया है और इसे भारत के लिए दो मोर्चों पर युद्ध की संभावना के रूप में देखा है। इसके अलावा, भारत ने CPEC के विस्तार और PoK में चीनी निवेश पर भी आपत्ति जताई है।